दूध हमारे शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का स्रोत है। इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन D और अन्य आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। लेकिन कुछ लोगों को लैक्टोज असहिष्णुता (Lactose Intolerance) होती है, जिसके कारण उन्हें दूध या दूध से बने पदार्थ पचाने में परेशानी होती है। ऐसे लोगों को पेट दर्द, गैस, या दस्त जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। फिर भी, कुछ सरल उपाय अपनाकर दूध और डेयरी उत्पादों का सेवन धीरे-धीरे बढ़ाया जा सकता है।
1. छोटी मात्रा से शुरुआत करें
अगर दूध या डेयरी उत्पाद पचाने में दिक्कत होती है, तो इन्हें कम मात्रा में लेना शुरू करें। धीरे-धीरे शरीर इन खाद्य पदार्थों के प्रति सहनशील हो सकता है। उदाहरण के लिए, दिन में आधा कप दूध से शुरुआत करें और फिर धीरे-धीरे मात्रा बढ़ाएँ।
2. भोजन के साथ सेवन करें
दूध या दही को खाली पेट न लें। इन्हें अन्य खाद्य पदार्थों के साथ मिलाकर खाएँ। जैसे – दही-चावल, पनीर-सब्जी, या दूध के साथ ओट्स लेना एक अच्छा विकल्प है। इससे लैक्टोज का प्रभाव कम होता है और पाचन आसान बनता है।
3. लैक्टोज-फ्री दूध का चयन करें
बाजार में आजकल लैक्टोज-फ्री दूध आसानी से उपलब्ध है। यह सामान्य दूध जितना ही पौष्टिक होता है और इसमें समान मात्रा में कैल्शियम और प्रोटीन होते हैं। यह दूध पचाने में भी आसान होता है, इसलिए लैक्टोज असहिष्णुता वाले लोग इसे अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
4. सोया दूध और सोया पनीर का उपयोग करें
जो लोग दूध या दूध से बने उत्पाद नहीं ले सकते, उनके लिए सोया दूध और सोया पनीर (टोफू) अच्छे विकल्प हैं। इनमें पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम और प्रोटीन होता है, जो हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करता है।
5. अन्य कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ खाएँ
अगर दूध पूरी तरह से नहीं लिया जा सकता, तो अन्य कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों को अपने भोजन में शामिल करें। जैसे – हरी पत्तेदार सब्जियाँ (पालक, मेथी), तिल, बादाम, अंजीर, राजमा, चना, और मछली। ये सभी हड्डियों के लिए बहुत लाभकारी हैं।
6. नियमित रूप से धूप लें और व्यायाम करें
कैल्शियम के अवशोषण में विटामिन D की अहम भूमिका होती है। इसलिए सुबह की धूप में कुछ समय बिताएँ और हल्का व्यायाम करें। इससे शरीर में कैल्शियम का संतुलन बना रहता है और हड्डियाँ मजबूत होती हैं।
निष्कर्ष
अगर आपको दूध या डेयरी उत्पादों से दिक्कत होती है, तो घबराएँ नहीं। थोड़ी सावधानी और सही विकल्प चुनकर आप अपने शरीर की कैल्शियम की आवश्यकता को पूरा कर सकते हैं। धीरे-धीरे दूध की मात्रा बढ़ाने, लैक्टोज-फ्री दूध चुनने, या सोया उत्पाद अपनाने से हड्डियाँ मजबूत रह सकती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है। याद रखें, संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली ही मजबूत हड्डियों की नींव है।
किसी भी बड़े आहार, जीवनशैली या दवा से जुड़े परिवर्तन से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श करें।वे आपकी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति और मेडिकल हिस्ट्री के अनुसार व्यक्तिगत सलाह प्रदान कर सकते हैं।
नोट – यदि आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी चिंता है, तो कृपया हमें +91-9058577992 पर संपर्क करें और हमारे अनुभवी डॉक्टरों से मुफ्त परामर्श प्राप्त करें। धन्यवाद।
