एवास्कुलर नेक्रोसिस क्या है
एवास्कुलर नेक्रोसिस, जिसे ऑस्टियोनेक्रोसिस भी कहा जाता है, हड्डियों से जुड़ी एक गंभीर समस्या है। इसमें हड्डी तक खून की सप्लाई कम या बंद हो जाती है। हड्डी जीवित ऊतक होती है और उसे स्वस्थ रहने के लिए लगातार खून की जरूरत होती है। जब खून नहीं पहुंचता, तो हड्डी कमजोर होने लगती है और धीरे-धीरे नष्ट हो सकती है।
शरीर में कहां ज्यादा होता है
यह समस्या सबसे अधिक कूल्हे की हड्डी में देखी जाती है। इसके अलावा कंधे, घुटने, टखने और ऊपरी भुजा की हड्डियों में भी हो सकती है। यदि समय पर इलाज न हो, तो कूल्हे में गठिया बन सकता है और अंत में सर्जरी की जरूरत पड़ती है।
बीमारी के लक्षण
शुरुआती समय में इस बीमारी का पता लगना मुश्किल होता है। शुरुआत में दर्द केवल तब होता है जब हड्डी पर वजन डाला जाए। जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है, दर्द लगातार रहने लगता है। बाद में हड्डी और जोड़ कमजोर होकर बैठ सकते हैं, जिससे चलना-फिरना कठिन हो जाता है। पहले लक्षण से हड्डी के बैठने तक का समय कुछ महीनों से एक साल या उससे अधिक हो सकता है।
किन लोगों को खतरा अधिक
यह बीमारी आमतौर पर 20 से 50 वर्ष की उम्र के लोगों में देखी जाती है। स्वस्थ लोगों में इसका खतरा कम होता है। अधिकतर मामलों में कोई पुरानी बीमारी या चोट इसकी वजह बनती है।
संभावित कारण
इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे जांघ की हड्डी का फ्रैक्चर या खिसकना, लंबे समय तक स्टेरॉइड दवाओं का सेवन, अधिक शराब पीना, सिकल सेल रोग, कुछ आनुवंशिक रोग, अग्न्याशय की सूजन, एचआईवी संक्रमण, कैंसर के इलाज में दी जाने वाली रेडिएशन या कीमोथेरेपी आदि।
दवा से इलाज की नई संभावना
अब इस बीमारी के इलाज में एक ऐसी दवा का उपयोग किया जा रहा है जो हड्डी के घिसने की प्रक्रिया को धीमा करती है। यह दवा आमतौर पर ऑस्टियोपोरोसिस में दी जाती है। यह हड्डी को टूटने से बचाने में मदद करती है और बीमारी के शुरुआती चरण में कूल्हे की सर्जरी से बचाव कर सकती है। यह इलाज किफायती है और लंबे समय तक लाभ दे सकता है।
समय पर जांच का महत्व
अगर कूल्हे या किसी जोड़ में बिना कारण दर्द हो रहा है और वह समय के साथ बढ़ रहा है, तो जांच कराना जरूरी है। शुरुआती अवस्था में इलाज शुरू करने से हड्डी को बचाया जा सकता है और भविष्य में होने वाली जटिलताओं से बचाव संभव है।
निष्कर्ष
एवास्कुलर नेक्रोसिस एक दर्दनाक और धीरे-धीरे बढ़ने वाली बीमारी है। यदि इसे समय रहते पहचाना जाए और सही इलाज किया जाए, तो कूल्हे की महंगी और पीड़ादायक सर्जरी से बचा जा सकता है। सही दवा हड्डी को मजबूत रखने में मदद करती है और मरीज के जीवन की गुणवत्ता बेहतर बना सकती है।
किसी भी बड़े आहार, जीवनशैली या दवा से जुड़े परिवर्तन से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श करें।
वे आपकी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति और मेडिकल हिस्ट्री के अनुसार व्यक्तिगत सलाह प्रदान कर सकते हैं।
नोट – यदि आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी चिंता है, तो कृपया हमें +91-9058577992 पर संपर्क करें और हमारे अनुभवी डॉक्टरों से मुफ्त परामर्श प्राप्त करें। धन्यवाद।