यूरिक एसिड शरीर का एक स्वाभाविक अपशिष्ट पदार्थ है, जो पुरिन नामक पदार्थों के टूटने से बनता है। ये पुरिन कुछ खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं और हमारा शरीर भी इन्हें बनाता है। सामान्य रूप से, यूरिक एसिड रक्त में घुला रहता है और गुर्दे इसे पेशाब के जरिए बाहर निकाल देते हैं। लेकिन कभी-कभी शरीर अधिक यूरिक एसिड बनाता है या गुर्दे इसे ठीक से निकाल नहीं पाते, जिससे रक्त में इसका स्तर बढ़ जाता है, जिसे हाइपरयूरिसिमिया कहते हैं।
जब यूरिक एसिड बहुत अधिक हो जाता है, तो यह कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे गठिया (गाउट), किडनी में पथरी, और गुर्दे की बीमारियाँ। अक्सर लोग इस बात से अनजान रहते हैं कि उनके शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ा हुआ है जब तक कि गंभीर लक्षण प्रकट न हो जाएं। इसलिए, शुरुआती संकेतों को समझना आवश्यक है ताकि समय रहते इलाज किया जा सके।
1. जोड़ों में दर्द और सूजन
सबसे आम लक्षण जोड़ों में अचानक दर्द और सूजन है, खासकर अंगूठे में। यह यूरिक एसिड के क्रिस्टल जमा होने की वजह से होता है, जिससे सूजन और दर्द होता है। दर्द अक्सर रात में होता है और इतना तेज हो सकता है कि नींद टूट जाए। समय के साथ टखने, घुटने, कोहनियाँ और कलाई भी प्रभावित हो सकती हैं।
2. प्रभावित जगह पर लालिमा और गर्माहट
दर्द वाले हिस्से की त्वचा लाल, गर्म और संवेदनशील हो जाती है। यह सूजन के कारण होता है, जब यूरिक एसिड के क्रिस्टल जमा होकर संक्रमण जैसा प्रभाव डालते हैं। त्वचा चमकीली और तनावपूर्ण दिख सकती है।
3. जोड़ों में अकड़न
अधिक यूरिक एसिड की वजह से जोड़ों में अकड़न आ सकती है, जिससे चलने-फिरने या हाथ-पैर हिलाने में दिक्कत होती है। यदि समय पर ध्यान न दिया जाए तो यह स्थिति बिगड़ सकती है और जोड़ों की गतिशीलता कम हो सकती है।
4. पैरों और अंगूठों में सूजन और दर्द
पैरों और अंगूठों में सूजन आना भी यूरिक एसिड बढ़ने का संकेत है। सूजे हुए अंग ऐसे हो सकते हैं कि जूते पहनना या चलना मुश्किल हो जाए। यह समस्या अधिक देर तक बैठे रहने या खड़े रहने पर बढ़ जाती है।
5. तोफी (यूरिक एसिड क्रिस्टल के गांठ) का बनना
कई बार यूरिक एसिड क्रिस्टल त्वचा के नीचे गांठें बना देते हैं, जिन्हें तोफी कहा जाता है। ये आमतौर पर जोड़ों, अंगुलियों, कानों या कोहनी पर बनती हैं। ये गांठें हमेशा दर्द नहीं करतीं, लेकिन लंबे समय से उच्च यूरिक एसिड का संकेत होती हैं और इन्हें इलाज की जरूरत होती है।
6. बार-बार किडनी स्टोन बनना
यूरिक एसिड की अधिकता से किडनी में पथरी भी बन सकती है। ये पथरी यूरिक एसिड के क्रिस्टल बनने की वजह से बनती हैं। किडनी स्टोन में पीठ या पेट में दर्द, रक्तयुक्त मूत्र, मतली और बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है। अगर इसका इलाज न हो तो किडनी खराब हो सकती है।
7. थकान और असामान्य कमजोरी
हालांकि यह लक्षण सामान्य हो सकता है, लेकिन अधिक यूरिक एसिड की वजह से शरीर में थकान, कमजोरी और बेचैनी महसूस हो सकती है। इसका कारण शरीर में सूजन और गुर्दे पर बढ़ा हुआ दबाव होता है।
कब डॉक्टर से मिलें?
यदि आपको जोड़ों में लगातार दर्द, सूजन या कोई अन्य ऊपर बताए गए लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यूरिक एसिड का स्तर जांचने के लिए एक सरल रक्त परीक्षण किया जा सकता है। सही समय पर जांच और इलाज से गठिया, किडनी की समस्या और जोड़ों की विकृति जैसी जटिलताओं से बचा जा सकता है।
निष्कर्ष:
अपने जोड़ों में लगातार दर्द या सूजन महसूस होने पर जल्द से जल्द डॉक्टर से परामर्श लें। यूरिक एसिड का स्तर जांच कर सही उपचार शुरू कराना आवश्यक है ताकि गंभीर समस्याएं होने से रोकी जा सकें।
किसी भी बड़े आहार, जीवनशैली या दवा से जुड़े परिवर्तन से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श करें। वे आपकी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति और मेडिकल हिस्ट्री के अनुसार व्यक्तिगत सलाह प्रदान कर सकते हैं।
नोट – यदि आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी चिंता है, तो कृपया हमें +91-9058577992 पर संपर्क करें और हमारे अनुभवी डॉक्टरों से मुफ्त परामर्श प्राप्त करें। धन्यवाद।