हिप रिप्लेसमेंट एक बड़ी सर्जरी है, जो तब की जाती है जब दर्द, जकड़न और चलने-फिरने में कठिनाई बहुत बढ़ जाती है। आमतौर पर यह तब सुझाया जाता है जब दवाओं, फिजियोथेरेपी या चलने-फिरने के सहारे जैसे उपाय असर नहीं करते।
1. हिप रिप्लेसमेंट अंतिम उपाय होता है
अक्सर दर्द का कारण ऑस्टियोआर्थराइटिस, रूमेटॉयड आर्थराइटिस या पुरानी चोट होती है। पर सर्जरी तभी की जाती है जब अन्य उपचारों से राहत न मिले। पहले फिजियो, दवाएं और चलने के सहारे आजमाए जाते हैं।
2. कृत्रिम जोड़ आकार में अलग होता है
ऑपरेशन के बाद लगाया गया कृत्रिम जोड़ प्राकृतिक जोड़ से छोटा हो सकता है। इसलिए शुरुआत में अधिक ध्यान रखना पड़ता है, ताकि जोड़ अपनी जगह से हिले नहीं।
3. शरीर प्रतिक्रिया दे सकता है
बहुत कम मामलों में शरीर कृत्रिम जोड़ पर प्रतिक्रिया कर सकता है, जिससे सूजन या हड्डी कमजोर होने जैसी परेशानी हो सकती है। ऐसी स्थिति में दवाएं और थैरेपी दी जाती हैं, और बहुत कम मामलों में दोबारा सर्जरी की जरूरत पड़ती है।
4. तुरंत चलना संभव नहीं होता
ऑपरेशन के बाद कुछ समय तक बैसाखी, वॉकर या स्टिक की जरूरत पड़ती है। शरीर को नए जोड़ के साथ तालमेल बनाने में कई हफ्ते लगते हैं।
5. मांसपेशियों को मजबूत करना जरूरी है
सर्जरी के बाद हिप, जांघ और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करने वाले व्यायाम बेहद आवश्यक होते हैं। यह रोजमर्रा की गतिविधियों को आसान बनाता है।
6. फेफड़ों की जांच करवाई जाती है
सर्जरी के बाद फेफड़ों में जमा बलगम को साफ रखने के लिए गहरी सांस, खांसी और विशेष उपकरण से जांच की सलाह दी जाती है।
7. नई चाल सीखनी पड़ सकती है
आपको सही तरीके से चलना, बैठना और झुकना सिखाया जाता है, जिससे नया जोड़ सुरक्षित रहे और दर्द न बढ़े।
8. संतुलन बनाए रखने के लिए हाथ खाली रखें
बाहर निकलते समय बैग हाथ में न रखने की सलाह दी जाती है। इसके बजाय बैकपैक या स्लिंग बैग उपयोग करना आसान रहता है।
9. अन्य जोखिम भी संभव हैं
संक्रमण, ब्लड क्लॉट और अन्य समस्याओं का खतरा कुछ लोगों में अधिक होता है, खासकर जिनकी शुगर अनियंत्रित हो या हृदय संबंधी समस्या हो।
10. हर दर्द का समाधान नहीं
यदि दर्द नसों, मांसपेशियों या अन्य कारणों से हो, तो यह सर्जरी लाभ नहीं देती। इसलिए सही जांच कराना जरूरी है।
11. जीवन में बदलाव आ सकता है
सर्जरी के बाद दर्द कम होता है, पर हल्की जकड़न या सीमित गतिविधि हो सकती है। फिर भी सही देखभाल से सामान्य जीवन जिया जा सकता है।
12. घर में बदलाव करने पड़ सकते हैं
सीढ़ियों, बाथरूम और रसोई में सहारा देने वाली चीजें लगानी पड़ सकती हैं, ताकि गिरने का खतरा कम हो।
निष्कर्ष
हिप रिप्लेसमेंट उन लोगों के लिए राहत देता है जिन्हें लंबे समय से दर्द और चलने-फिरने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा हो। सही जांच, सही तैयारी और बाद की देखभाल से बेहतर परिणाम मिलते हैं।
किसी भी बड़े आहार, जीवनशैली या दवा से जुड़े परिवर्तन से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श करें।
वे आपकी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति और मेडिकल हिस्ट्री के अनुसार व्यक्तिगत सलाह प्रदान कर सकते हैं।
नोट – यदि आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी चिंता है, तो कृपया हमें +91-9058577992 पर संपर्क करें और हमारे अनुभवी डॉक्टरों से मुफ्त परामर्श प्राप्त करें। धन्यवाद।
